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शास्त्रानुसार पितृ श्राद्ध करने के 24 नियम जिसके उपरांत श्राद्ध सम्पूर्ण माना जायेगा

7 years ago
पितृ श्राद्ध करने के 24 नियम – धर्म ग्रंथों के अनुसार श्राद्ध के सोलह दिनों में लोग अपने पितरों को जल देते हैं तथा उनकी मृत्युतिथि पर श्राद्ध करते हैं। ऐसी मान्यता है कि पितरों का ऋण श्राद्ध द्वारा चुकाया जाता है। वर्ष के किसी भी मास तथा तिथि में स्वर्गवासी हुए पितरों के लिए पितृपक्ष की उसी तिथि को श्राद्ध किया...
शास्त्रानुसार पितृ श्राद्ध करने के 24 नियम जिसके उपरांत श्राद्ध सम्पूर्ण माना जायेगा शास्त्रानुसार पितृ श्राद्ध करने के 24 नियम जिसके उपरांत श्राद्ध सम्पूर्ण माना जायेगा Reviewed by Unknown on September 24, 2018 Rating: 5

पितृपक्ष श्राद्ध 2018 – जानिए श्राद्ध करने के महत्व, विधि, तिथि और नियम

7 years ago
पितृ पक्ष 2018 : 2018 में पितृ पक्ष (श्राद्ध) 24 सितंबर 2018 सोमवार से शुरू हो रहे हैं। श्राद्ध पक्ष 8 अक्टूबर 2018 सोमवार को सर्वपितृ अमावस्या को खत्म होगा। जिसके बाद दुर्गा पूजा नवरात्रि 2018 प्रारंभ होगी। श्राद्ध क्या है ? ब्रह्म पुराण के अनुसार जो भी वस्तु उचित काल या स्थान पर पितरों के नाम उचित विधि द्वारा ब्राह्मणों...
पितृपक्ष श्राद्ध 2018 – जानिए श्राद्ध करने के महत्व, विधि, तिथि और नियम पितृपक्ष श्राद्ध 2018 – जानिए श्राद्ध करने के महत्व, विधि, तिथि और नियम Reviewed by Unknown on September 24, 2018 Rating: 5

क्यों है श्री गणेश समस्त गणों यानी इंद्रियों के अधिपति और जाने गणेश चतुर्थी आयोजन का गूढ़ रहस्य

7 years ago
  गणेश चतुर्थी आयोजन – Secrets Of Ganesh Chaturthi  गणपति उपासना दरअसल स्व-जागरण की एक तकनीकी प्रक्रिया है। ढोल नगाड़ों से जुदा और बाहरी क्रियाकलाप से इतर अपनी समस्त इंद्रियों पर नियंत्रण करके ध्यान के माध्यम से अपने अंदर ईश्वरीय तत्व का परिचय प्राप्त करना और मोक्ष प्राप्ति की ओर अग्रसर होना ही वास्तविक...
क्यों है श्री गणेश समस्त गणों यानी इंद्रियों के अधिपति और जाने गणेश चतुर्थी आयोजन का गूढ़ रहस्य क्यों है श्री गणेश समस्त गणों यानी इंद्रियों के अधिपति और जाने गणेश चतुर्थी आयोजन का गूढ़ रहस्य Reviewed by Unknown on September 22, 2018 Rating: 5

आज के इस बदलते समय में कैसी शिक्षा और संस्कार बच्चो को देना चाहिए ? जानिए

7 years ago
बच्चों को सिखाएं शिष्टाचार और अच्छे संस्कार परिवार को बच्चों की प्रथम पाठशाला भी कहा जाता है। बच्चों मे अच्छे संस्कारो की नीव परिवार में ही पड़ती है। जब बच्चा पैदा होता है तब वह सीखना शुरु कर देता है। यही सही समय है जब बच्चों मे अच्छे संस्कार विकसित किये जा सकते है क्यूंकि बचपन में बच्चा जो भी सीखता है वह उसकी आदत...
आज के इस बदलते समय में कैसी शिक्षा और संस्कार बच्चो को देना चाहिए ? जानिए आज के इस बदलते समय में कैसी शिक्षा और संस्कार बच्चो को देना चाहिए ? जानिए Reviewed by Unknown on September 20, 2018 Rating: 5

गणेश चतुर्थी का पूजन 21 दुखों का नाश करता है, इसलिए कहलाते है विनायक

7 years ago
गणेश चतुर्थी का पूजन रहस्य भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी के रूप में गणेशोत्सव पूरे देश में उमंग और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसी शुभ दिन गणेश जी का जन्म हुआ था। इस दिन का बड़ा आध्यात्मिक एवं धार्मिक महत्त्व है। इसलिए इस दिन व्रत किया जाता है एवं अनेक विशिष्ट प्रयोग संपन्न किए जाते हैं। किसी...
गणेश चतुर्थी का पूजन 21 दुखों का नाश करता है, इसलिए कहलाते है विनायक गणेश चतुर्थी का पूजन 21 दुखों का नाश करता है, इसलिए कहलाते है विनायक Reviewed by Unknown on September 20, 2018 Rating: 5

घर के मंदिर और दैनिक पूजा-पाठ से जुड़े नियम, जानकारी और सावधानिया

7 years ago
पूजा-पाठ दैनिक जीवन से जुड़ा एक अत्यंत महत्वपूर्ण और शांतिपूर्ण कार्य है। जिसे सभी घरों में प्रातःकाल और सायंकाल किया जाता है। हिन्दू धर्म के अनुसार घर में पूजा पाठ करने से परिवार में शांति बनी रहती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा रहती है। पूजा करने से घर में मौजूद नकारात्मकता का भी अंत होता है। यूँ तो सभी अपने रीति-रिवाजों...
घर के मंदिर और दैनिक पूजा-पाठ से जुड़े नियम, जानकारी और सावधानिया घर के मंदिर और दैनिक पूजा-पाठ से जुड़े नियम, जानकारी और सावधानिया Reviewed by Unknown on September 20, 2018 Rating: 5

ब्रह्म तत्व सर्वव्यापी है और जो शाश्वत अजर-अमर और अविनाशी स्वरूप है

7 years ago
सृष्टि के कण-कण में उसका निवास है। अणु-अणु का मूलाधार वह परमात्म तत्त्व ही है। सब कुछ उसी से बनता और उसी चेतन शक्ति से परिचालित होता है। प्रत्येक पदार्थ एवं प्राणी एक उसी तत्त्व के अंश हैं। व्यक्तिगत जीवन समष्टिगत जीवन सीमित और असीमित के मिथ्या भेद के बावजूद तत्त्वतः एक ही है। उपनिषदों में परमात्म तत्त्व को ‘सच्चिदानन्द’...
ब्रह्म तत्व सर्वव्यापी है और जो शाश्वत अजर-अमर और अविनाशी स्वरूप है ब्रह्म तत्व सर्वव्यापी है और जो शाश्वत अजर-अमर और अविनाशी स्वरूप है Reviewed by Bhakti Mantra on September 15, 2018 Rating: 5
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